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डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी: "बंधकों की रिहाई न हुई तो मध्य पूर्व में तबाही मचा देंगे"

यह चेतावनी इजरायल को भी मजबूत करती है, क्योंकि अमेरिका के समर्थन के साथ इजरायल हमास के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई को और तेज कर सकता है।


वाशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने हमास के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है कि अगर 20 जनवरी 2025 तक गाजा पट्टी में बंधक बनाए गए लोगों को रिहा नहीं किया गया, तो इसका अंजाम विनाशकारी होगा। उन्होंने हमास को "इतिहास की सबसे बड़ी सजा" देने की बात कही है।

ट्रंप का सख्त बयान

ट्रंप ने अपने बयान में कहा, "बंधकों को रिहा न करना मानवता के खिलाफ अपराध है। अगर उन्हें समय रहते रिहा नहीं किया गया तो अमेरिका मध्य पूर्व में ऐसी तबाही मचाएगा जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती। यह अमेरिका की प्रतिष्ठा और न्याय का सवाल है।"

बंधकों की स्थिति


इजरायली आंकड़ों के मुताबिक, 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले में 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था। इनमें से करीब 101 विदेशी और इजरायली नागरिक अभी भी हमास के कब्जे में हैं। हमास का दावा है कि इनमें से 33 बंधकों की मौत हो चुकी है।

हमास की मांग और इजरायल का रुख


हमास ने बंधकों की रिहाई के बदले फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई और इजरायली सेना की गाजा पट्टी से वापसी की मांग की है।

  • इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास की मांगों को खारिज कर दिया है। उन्होंने साफ कहा है, "जब तक हमास का पूरी तरह से खात्मा नहीं हो जाता, तब तक युद्ध जारी रहेगा।"
  • इजरायल का मानना है कि हमास की मांगों को मानने से आतंकवाद को बढ़ावा मिलेगा।

मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव


ट्रंप की इस धमकी से मध्य पूर्व में पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति और बिगड़ सकती है।

  • विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह बयान हमास के साथ-साथ पूरे क्षेत्र के लिए एक कड़ा संदेश है।
  • यह चेतावनी इजरायल को भी मजबूत करती है, क्योंकि अमेरिका के समर्थन के साथ इजरायल हमास के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई को और तेज कर सकता है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और प्रभाव


इस बयान के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है:

  1. संयुक्त राष्ट्र ने सभी पक्षों से संयम बरतने और बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत पर जोर दिया है।
  2. यूरोपीय संघ ने ट्रंप की बयानबाजी को मध्य पूर्व की स्थिरता के लिए खतरनाक बताया।
  3. अरब देश ट्रंप की धमकी को पश्चिम एशिया में अस्थिरता बढ़ाने वाला कदम मान रहे हैं।

ट्रंप प्रशासन की रणनीति


ट्रंप की यह चेतावनी उनके आक्रामक विदेश नीति दृष्टिकोण को दर्शाती है। उनके राष्ट्रपति बनने के बाद माना जा रहा है कि:

  • अमेरिका की मध्य पूर्व में सैन्य सक्रियता बढ़ सकती है।
  • इजरायल को पहले से अधिक समर्थन मिलेगा।
  • हमास और अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का दौर शुरू हो सकता है।

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